JSSC CGL Syllabus PDF 2025

JSSC CGL Syllabus जितने भी उम्मीदवार झारखंड में जॉब करना चाहते हैं और वह Jharkhand CGL की तैयारी कर रहे हैं तो उनके लिए JSSC CGL का सिलेबस जानना बहुत ही जरूरी है। Jharkhand Staff Selection Commission (JSSC) ने Combined Graduate Level Examination का सिलेबस जारी कर दिया है। आप इस सिलेबस को PDF में डाउनलोड कर सकते हैं।

JSSC CGL Details

EventDetails
Article NameJSSC CGL Syllabus
Exam NameGeneral Combined Graduate Level Examination
OrganizationJharkhand Staff Selection Commission
Job LocationJharkhand
Total Posts956
QualificationGraduation Pass
Application ProcessOnline
Application Fee₹100 (General) and ₹50 (Reserved)
JSSC CGL Syllabus PDF
JSSC CGL Syllabus PDF

JSSC CGL 2023 – परीक्षा पैटर्न

झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) द्वारा झारखंड सचिवालय की परीक्षा O.M.R आधारित होती है। इस परीक्षा से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी आपको नीचे स्टेप बाय स्टेप उपलब्ध करा दी गई है , यदि परीक्षा विभिन्न समूहों में आयोजित की जाती है, तो Normalisation प्रक्रिया के तहत अभ्यर्थियों के अंक समायोजित किए जाएंगे। आयोग द्वारा इस प्रक्रिया का सूत्र आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया है। मेधा सूची Normalised अंकों के आधार पर तैयार की जाएगी और परीक्षा परिणाम में उम्मीदवारों को Normalised अंक ही दिए जाएंगे।


परीक्षा का स्वरूप एवं पैटर्न

यह परीक्षा एक चरण (मुख्य परीक्षा) में आयोजित होगी।

  • सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ (MCQ) और बहुविकल्पीय होंगे।
  • प्रत्येक प्रश्न 3 अंक का होगा।
  • सही उत्तर पर 3 अंक मिलेंगे, जबकि गलत उत्तर पर 1 अंक की कटौती की जाएगी।
  • भाषा विषयों को छोड़कर अन्य सभी विषयों के प्रश्न हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में होंगे।

मुख्य परीक्षा का पैटर्न

मुख्य परीक्षा में तीन पत्र (पेपर) होंगे, जिन्हें तीन पालियों में आयोजित किया जाएगा। प्रत्येक पेपर की अवधि 2 घंटे होगी।

पत्र – 1 (भाषा ज्ञान)

विषयकुल प्रश्नसमय
हिंदी भाषा ज्ञान602 घंटे
अंग्रेजी भाषा ज्ञान602 घंटे
कुल1202 घंटे
  • यह पेपर केवल अर्हक (Qualifying) होगा, यानी इसके अंक मेधा सूची में नहीं जोड़े जाएंगे
  • इस पेपर में पास होने के लिए हिंदी और अंग्रेजी दोनों विषयों को मिलाकर 30% अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा।

पत्र – 2 (जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा)

भाषा (अभ्यर्थी द्वारा चुनी गई कोई एक भाषा)कुल प्रश्नसमय
हिंदी / अंग्रेजी / उर्दू / संथाली / बंगला / मुण्डारी (मुण्डा) / हो / खड़िया / कुडूख (उरांव) / कुरमाली / खोरठा / नागपुरी / पंचपरगनिया / उड़िया / संस्कृत1002 घंटे
  • इस पेपर में पास होने के लिए न्यूनतम 30% अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा।
  • यदि कोई अभ्यर्थी इस पेपर में 30% से कम अंक प्राप्त करता है, तो उसका पत्र-3 (सामान्य ज्ञान) का मूल्यांकन नहीं किया जाएगा।

पत्र – 3 (सामान्य ज्ञान)

विषयकुल प्रश्नसमय
सामान्य अध्ययन302 घंटे
सामान्य विज्ञान202 घंटे
सामान्य गणित202 घंटे
मानसिक क्षमता जाँच202 घंटे
कंप्यूटर का ज्ञान202 घंटे
झारखंड राज्य से संबंधित ज्ञान402 घंटे
कुल1502 घंटे
  • इस पेपर में पास होने के लिए न्यूनतम 30% अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा।

महत्वपूर्ण बातें:

  • पत्र – 1 (भाषा ज्ञान) केवल अर्हक (Qualifying) है। यदि किसी अभ्यर्थी को 30% से कम अंक मिलते हैं, तो उसे असफल/अयोग्य माना जाएगा, और उसके पत्र-2 एवं पत्र-3 का मूल्यांकन नहीं किया जाएगा
  • पत्र – 2 (जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा) में 30% से कम अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों के पत्र-3 का मूल्यांकन नहीं किया जाएगा।

यह परीक्षा पैटर्न उम्मीदवारों की भाषा, सामान्य ज्ञान और तार्किक क्षमता का सही मूल्यांकन सुनिश्चित करता है, जिससे वे झारखंड सरकार की विभिन्न नौकरियों के लिए उपयुक्त साबित हो सकें।

पत्र – 1 (भाषा ज्ञान)

यह पत्र दो भागों (हिन्दी भाषा और अंग्रेजी भाषा) में विभाजित होगा। इसमें हिन्दी और अंग्रेजी भाषा ज्ञान से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे।

(क) हिन्दी भाषा ज्ञान

विषयकुल प्रश्न
हिन्दी अनुच्छेद पर आधारित प्रश्न (Unseen Passage)30
हिन्दी व्याकरण पर आधारित प्रश्न30
कुल60

इस भाग में हिन्दी अपठित अनुच्छेद (Unseen Passage) और हिन्दी व्याकरण से जुड़े प्रश्न पूछे जाएंगे।

(ख) अंग्रेजी भाषा ज्ञान

विषयकुल प्रश्न
अंग्रेजी अनुच्छेद पर आधारित प्रश्न (Unseen Passage)30
अंग्रेजी व्याकरण पर आधारित प्रश्न30
कुल60

इस भाग में अंग्रेजी अपठित अनुच्छेद (Unseen Passage) और अंग्रेजी व्याकरण से जुड़े प्रश्न पूछे जाएंगे।


पत्र – 2 (क्षेत्रीय भाषा)

इस पत्र में उम्मीदवार को निम्नलिखित भाषाओं में से किसी एक भाषा का चयन करना होगा।

उपलब्ध भाषाएं:

हिन्दी, अंग्रेजी, उर्दू, संथाली, बंगला, मुण्डारी (मुण्डा), हो, खड़िया, कुडूख (उरांव), कुरमाली, खोरठा, नागपुरी, पंचपरगनिया, उड़िया, संस्कृत

भाषा विषयकुल प्रश्न
चयनित क्षेत्रीय भाषा (किसी एक भाषा का चयन)100

इस परीक्षा में उम्मीदवार द्वारा चयनित भाषा के 100 बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ) पूछे जाएंगे।

संथाली भाषा – पाठ्यक्रम

संथाली भाषा के पाठ्यक्रम में व्याकरण, साहित्य, लोक कथा, कहानी, नाटक और निबंध शामिल हैं। नीचे इसका विस्तृत विवरण दिया गया है।


1. व्याकरण (Grammar)

संथाली भाषा व्याकरण के अंतर्गत निम्नलिखित विषयों का अध्ययन किया जाएगा:

विषयविवरण
भाषा परिचयसंथाली भाषा की उत्पत्ति और विशेषताएँ
संज्ञा, सर्वनाम, वचन, लिंग, पुरुषव्याकरणिक संरचना
क्रिया, काल, विशेषण, अव्यय, प्रत्ययसंथाली भाषा में इनका उपयोग
पहेलियाँ, मुहावरे, भेनता काथासंथाली भाषा की कहावतें और पहेलियाँ
बुझोबोल, कुद्रुम, सजीव-निर्जीवशब्दों और उनके अर्थ का ज्ञान
समोच्चारण भिन्नार्थक शब्दसमान ध्वनि वाले भिन्न अर्थ वाले शब्द
लोकोक्तिसंथाली भाषा में प्रसिद्ध लोकोक्तियाँ

2. साहित्य (Literature)

(i) संथाली लोक साहित्य (Santali Folk Literature)

विषयविवरण
अर्थ और परिभाषासंथाली लोक साहित्य की व्याख्या
भाग और विभागलोक साहित्य के विभाजन
संतालों का उद्भव और विकाससंताल समुदाय का इतिहास
गोत्र विभाजनसंताल समाज की संरचना
पर्व-त्यौहार और संस्कारसंताल समाज के पारंपरिक त्यौहार और संस्कार
विवाह और मृत्युविवाह और मृत्यु से जुड़े रीति-रिवाज

(ii) लोक गीत (Folk Songs)

प्रकारविवरण
डाहारपारंपरिक संथाली गीत
बाहाबाहा पर्व पर गाए जाने वाले गीत
सोहरायफसल कटाई के समय गाए जाने वाले गीत
कारामकाराम पर्व से जुड़े गीत
दोडसंथाली सांस्कृतिक गीत
विवाह गीतशादी से संबंधित पारंपरिक गीत
दाँसायविशेष अवसरों पर गाए जाने वाले गीत

(iii) संथाली शिष्ट साहित्य (Santali Classical Literature)

रचनाकारकृति (कविता/कहानी/उपन्यास)
हरिहर हाँसदाकुङकुरुबुद
बादल मुर्मूसाँवर्हेत
सारदा प्रसाद किस्कूमाराडो
के० सी० टुडूसेंगेल, बिरसा मुण्डा
रघुनाथ दुइतुपुनघाट
डमन हाँसदासाना, राहला रिमिल
श्यामचरण हेम्ब्रमचेहरा

3. लोक कथाएँ (Folk Tales)

लोक कथा का नामविषय
धारती सिरजाव काथापृथ्वी की उत्पत्ति की कथा
मानवा सिरजाव काथामानव उत्पत्ति की कथा
पारिस काथासंथाली परंपराओं की कथा
सेंदराकारका काथासंथाली इतिहास और संस्कृति
पाराव पुना काथासंथाली लोक जीवन से जुड़ी कथा

4. कहानी (Short Stories)

रचनाकारकहानी का नाम
दिगम्बर हाँसदामाड़घाटी
के० सी० टुडूतारा आञचार
सोमानाथ बेसराआनखा लाहा
चमपावती टुडूकाथा रेनाङ गोनोङ

5. नाटक (Drama)

नाटक का नामलेखक
किरित्र सिंदुरअज्ञात
तिलका मुरमूअज्ञात

6. निबंध (Essay Writing)

निबंध लेखन के अंतर्गत निम्नलिखित विषयों पर लेखन किया जाएगा:

विषयविवरण
सिदो कान्हू हुलसंथाली स्वतंत्रता संग्राम
बाबा तिलका माँझी हुलतिलका माँझी का विद्रोह
डिबा किसुन हुलसंथाली विद्रोह का इतिहास
बिरसा आंदोलनबिरसा मुण्डा का संघर्ष
पर्व-त्यौहारसंथाली समाज के प्रमुख पर्व
आगिल हापड़ाम कोवाः काथासंथाली संस्कृति से जुड़ी कहानियाँ

निष्कर्ष

संथाली भाषा के पाठ्यक्रम में व्याकरण, साहित्य, लोक कथाएँ, कहानियाँ, नाटक और निबंध लेखन शामिल हैं। यह पाठ्यक्रम संथाली भाषा और उसकी संस्कृति की गहराई को समझने में सहायक होगा।

खड़िया भाषा – पाठ्यक्रम

खड़िया भाषा के पाठ्यक्रम में व्याकरण, लोकगीत, शिष्टगीत, कविताएँ, लोक कथाएँ, आधुनिक कहानियाँ, नाटक और साहित्यिक निबंध शामिल हैं। नीचे इसका विस्तृत विवरण दिया गया है।


1. व्याकरण (Grammar)

खड़िया भाषा के व्याकरण में निम्नलिखित विषय शामिल हैं:

विषयविवरण
वर्ण विचारवर्णों का अध्ययन
संज्ञा, सर्वनाम, लिंग, वचनसंज्ञा और सर्वनाम के प्रयोग
कारक, विशेषण, क्रिया, कालव्याकरणिक संरचना
समास, अव्यय, वाच्य और इसके भेदवाक्य रचना
विपरीतार्थक शब्दविलोम शब्द
पर्यायवाची शब्दसमानार्थी शब्द

2. लोकगीत (Folk Songs)

विषयविवरण
खड़िया लोकगीत की परिभाषालोकगीत का अर्थ और महत्व
लोकगीतों का वर्गीकरणविभिन्न प्रकार के लोकगीत
10 विविध लोकगीतविभिन्न प्रकार के पारंपरिक लोकगीत

3. शिष्टगीत (Classical Songs)

गीत का नामरचनाकार
सेनेलनुवस केरकेट्टा
जोहारप्यारा केरकेट्टा
गलगाथा क्रूस दारू तो मलुङ तायपादरी सामुएल बागे
दुरङनानिङ आलोङनानिङ दारू तेगाश्री सामुएल बागे
ए अपाअज्ञात
सेनेलअज्ञात
धाइन तेरतेलेअज्ञात
कि तुङ’ अपाअज्ञात
उमिञ चोनाडॉ. अनिल वीरेन्द्र कुल्लू
भंइहर पो’दासुं. प्रफुल्ल सोरेङ

4. कविताएँ (Poems)

कविता का नामरचनाकार
लमलमप्यारा केरकेट्टा
26 जनवरीप्यारा केरकेट्टा
महाजियोम गाँधीप्यारा केरकेट्टा
झाड़ी धरम मोञप्यारा केरकेट्टा
किनिरप्यारा केरकेट्टा
घोल मोलोय अगस्तअज्ञात
लोटा डामेरी एस. सोरेड
नेडा’ साड़ाअज्ञात
बेताडअज्ञात
आदिवासी अम कहनीअज्ञात

5. लोक कथाएँ (Folk Tales)

लोक कथा का नामविषय
सुगी ओडो मुनीअनुष्ठान संबंधी कथा
कुली बूढ़ीहास्य-व्यंग्य कथा
ढेला रो उलअलौकिक कथा
कोन्होर से लोङगोयसामाजिक कथा
टेटेटोहों जपरी कथा
सौंखी रो कोइलीलोक संस्कृति से जुड़ी कथा
कोनजो के ठिङपारंपरिक कथा
चुटिया रो कॅडोडपारंपरिक कथा
कुरकुर से बेइचडोमपारंपरिक कथा
लिटिया ओडों चुटियापारंपरिक कथा

6. शिष्ट कहानी (Modern Stories)

कहानी का नामलेखक
मोञ बिता लाजप्रो० मेरी एस० सोरेङ
लूर धो मसटरसु० पतरस बा
बोरजाप्रो. मेरी एस० सोरेङ
बुधवा कोरमोसु. पतरस बा
महाकिमिनसु. कुमार बा
जिनगी उम बोनेता बायना होयतासु. जुएल सोरेङ
राजा बेटा बराकाईतश्री जुलिमुस बा
इना सुग्गी उम तोरो तामरोज टेटे

7. खड़िया नाटक (Drama)

नाटक का नामलेखक
सिलिम खोडी या सोमराइलियस बा

8. साहित्यिक निबंध (Literary Essays)

लेखक का नाम
प्यारा केरकेट्टा
जुलियस बा
डॉ० रोज केरकेट्टा
डॉ० माथियस डुङडुङ
डॉ० जोवा किम डुङडुङ
डॉ० आर. पी. साहू
डॉ० अनिल वीरेन्द्र कुल्लू
डॉ० मेरी एस. सोरेङ

निष्कर्ष

खड़िया भाषा के पाठ्यक्रम में व्याकरण, लोकगीत, शिष्टगीत, कविताएँ, लोक कथाएँ, आधुनिक कहानियाँ, नाटक और साहित्यिक निबंध शामिल हैं। यह पाठ्यक्रम खड़िया भाषा और उसकी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को समझने में सहायक होगा।

Odia Language and Literature – Syllabus

Odia भाषा और साहित्य के पाठ्यक्रम में व्याकरण, भाषा विज्ञान, पद्य खंड, गद्य खंड शामिल हैं। नीचे इसका विस्तृत विवरण दिया गया है।


1. व्याकरण (Grammar)

Odia भाषा के व्याकरण में निम्नलिखित विषय शामिल हैं:

विषयविवरण
वर्ण (Barna)अक्षरों का अध्ययन
शब्दगठन (Shabdagathana)शब्द निर्माण की प्रक्रिया
लिंग (Linga)पुल्लिंग, स्त्रीलिंग और नपुंसक लिंग
वचन (Bachana)एकवचन और बहुवचन
कारक (Karaka)संज्ञा और सर्वनाम के संबंध
विभक्ति (Bibhakti)शब्दों में विभक्तियों का उपयोग
संधि (Sandhi)संधि के प्रकार और प्रयोग
समास (Samasa)शब्दों का संक्षिप्त संयोजन
युग्म शब्द (Yugma Shabda)जुड़ने वाले शब्द
भिन्नार्थक शब्द (Bhinnarthaka Shabda)विभिन्न अर्थों वाले शब्द
अनेकार्थक शब्द (Anekarthaka Shabda)एक शब्द के कई अर्थ
विपरीतार्थक शब्द (Biparitarthaka Shabda)विलोम शब्द
कृदंत (Krudanta)धातु से शब्द निर्माण
तद्धित (Taddhita)प्रत्ययों का प्रयोग
छंद (Chhanda)कविता की संरचना
अलंकार (Alankara)काव्य अलंकरण

2. भाषा विज्ञान (Linguistics)

विषयविवरण
भाषा (Bhasha)भाषा की परिभाषा और विशेषताएँ
उपभाषा (Upabhasha)बोली और क्षेत्रीय विविधताएँ
भाषा परिवर्तन के कारण (Bhasha Parivartanara Karana O Diga)समय के साथ भाषा में बदलाव के कारक
ध्वनि परिवर्तन के कारण (Dhwoni Parivartanara Karana O Diga)उच्चारण और ध्वनि बदलाव
अर्थ परिवर्तन के कारण (Artha Parivartanara Karana O Diga)शब्दों के अर्थ में बदलाव

3. पद्य खंड (Poetry Section)

काव्य का नामरचनाकार
लोकगीत (Loka Geeta)डोली गीत, करमा गीत, टुसु गीत, विवाह गीत, कंदन गीत
श्रीमद् भगवत (Shrimad Bhagbat)जगन्नाथ दास
रसकल्लोल (Rasakallola)दिनकृष्ण दास
तपस्विनी (Tapaswini)गंगाधर मेहर
किशोर चंद्रानंद चंपू (Kishora Chandrananda Champu)कविसूर्य बलदेव रथ
कालिजाई (Kalijai)गोदाबरिश मिश्रा
कारा कविता (Kara Kavita)गोपबंधु दास
श्रीचंडालुनी (Shriyachandaluni)राधामोहन गडनायक

4. गद्य खंड (Prose Section)

गद्य का नामलेखक
लोक कहानियाँ (Loka Kahani)रूपकथा, उपकथा, ओषा और व्रत कथा, पशु-पक्षी कथा
रेबाटी (Rebati)फकीर मोहन सेनापति
अनेका स्मित हास (Aneka Smita Hasa)मनोज दास
छ मना आठ गुन्ठ (Chha Mana Atha Guntha)फकीर मोहन सेनापति
परजा (Paraja)गोपीनाथ महांति
कोणार्क (Konarka)अश्विनी कुमार घोष
घर संसार (Ghara Sangsara)रामचंद्र मिश्रा
आविष्कार (Abishkara)मनोरंजन दास

निष्कर्ष

Odia भाषा और साहित्य का यह पाठ्यक्रम छात्रों को व्याकरण, भाषा विज्ञान, कविता, गद्य और साहित्यिक धरोहर को समझने में सहायता करेगा।

पंच परगनिया भाषा और साहित्य – पाठ्यक्रम

पंच परगनिया भाषा और साहित्य के पाठ्यक्रम में व्याकरण, पद्य साहित्य, लोककथा, नाटक, शिष्टकहानी और प्रमुख साहित्यकारों का अध्ययन शामिल है। इसका विस्तृत विवरण निम्नलिखित है:


1. व्याकरण (Grammar)

पंच परगनिया भाषा के व्याकरण में निम्नलिखित विषय शामिल हैं:

विषयविवरण
वर्ण विचारपंच परगनिया भाषा के ध्वनि तत्व
संज्ञानामवाचक शब्दों का अध्ययन
सर्वनामसंज्ञा के स्थान पर प्रयोग होने वाले शब्द
लिंगपुल्लिंग और स्त्रीलिंग
वचनएकवचन और बहुवचन
कारकसंज्ञा और सर्वनाम के संबंध
विशेषणसंज्ञा और सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्द
कालभूत, वर्तमान और भविष्य काल
क्रियाविभिन्न प्रकार की क्रियाएँ
समासदो या अधिक शब्दों के संयोग से बने शब्द
अव्ययवे शब्द जो अपरिवर्तनीय होते हैं
वाच्यकर्तृवाच्य, कर्मवाच्य, भाववाच्य
वाक्य के भेदविधिवाचक, नकारात्मक, प्रश्नवाचक आदि
विपरीतार्थक शब्दविलोम शब्द
ऊनार्थक शब्दसमान अर्थ वाले शब्द

2. पद्य साहित्य (Poetry Literature)

(i) लोकगीत (Folk Songs)

लोकगीत का प्रकारविवरण
पंचपरगनिया लोकगीतलोकगीत की परिभाषा और महत्व
पंचपरगनिया लोकगीतों की विशेषताएँभाव, रस, छंद और कला
पंचपरगनिया लोकगीतों में प्रकृति चित्रणप्रकृति आधारित गीत
पंचपरगनिया करम गीतकरम गीतों के प्रकार
पंचपरगनिया विवाह गीतविवाह गीतों का वर्गीकरण और भाव सौंदर्य
पंचपरगनिया टुसू गीतटुसू गीतों का वर्गीकरण
संहरइ गीतसंहरइ गीतों का वर्गीकरण

(ii) शिष्टगीत / कविताएँ (Classic Songs & Poems)

कविता का नामकवि
सावन माससृष्टिधर महतो ‘समीर’
झागड़ासृष्टिधर महतो ‘समीर’
रावण बंधडॉ. चन्द्रमोहन महतो
जीवन पथेक फूलपरमानन्द महतो
बांबरा (कविता संग्रह)दिनबंधु महतो एवं परमानन्द महतो
महुआ रससहोदर खंडित

3. लोककथा (Folk Tales)

लोककथा का नामसंपादक
करमा धरगा कर काथापरमानन्द महतो
बारहा और भालूपरमानन्द महतो
सतनाराइन काथापरमानन्द महतो
जितुआ बरत कर काथापरमानन्द महतो
बिएजरी आर पाँचपरीपरमानन्द महतो
ठकुआ आर भिखुआपरमानन्द महतो
मामा भगिनापरमानन्द महतो
बिन बापेक छुआपरमानन्द महतो
पैठी सनीपरमानन्द महतो
चालाक बिलाइपरमानन्द महतो

4. नाटक (Drama)

नाटक का नामलेखक
इंजतराजकिशोर सिंह

5. शिष्टकहानी (Short Story)

शिष्टकहानी का नामलेखक
जदि एसन हतक हले का हतकसंतोष साहु ‘प्रीतम’

6. प्रमुख साहित्यकार (Renowned Writers)

साहित्यकार का नाम
ज्योतिलाल महादानी
परमानन्द महतो
राजकिशोर सिंह
सृष्टिधर महतो
संतोष साहु ‘प्रीतम’
दीनबंधु महतो
चन्द्रमोहन महतो
करमचन्द अहीर

निष्कर्ष

पंच परगनिया भाषा और साहित्य के इस पाठ्यक्रम में व्याकरण, लोकगीत, शिष्टगीत, लोककथा, नाटक, शिष्टकहानी और प्रमुख साहित्यकारों का अध्ययन शामिल है। इससे छात्रों को पंच परगनिया भाषा और संस्कृति की समृद्ध विरासत को समझने में सहायता मिलेगी।

नागपुरी भाषा एवं साहित्य – पाठ्यक्रम

नागपुरी भाषा और साहित्य के इस पाठ्यक्रम में व्याकरण, पद्य साहित्य, गद्य साहित्य, नाटक और साहित्यिक निबंध का अध्ययन शामिल है। इसका विस्तृत विवरण निम्नलिखित है:


1. व्याकरण (Grammar)

नागपुरी भाषा के व्याकरण में निम्नलिखित विषय शामिल हैं:

विषयविवरण
वर्ण विचारनागपुरी भाषा के ध्वनि तत्व
संज्ञानामवाचक शब्दों का अध्ययन
सर्वनामसंज्ञा के स्थान पर प्रयोग होने वाले शब्द
लिंगपुल्लिंग और स्त्रीलिंग
वचनएकवचन और बहुवचन
कारकसंज्ञा और सर्वनाम के संबंध
विशेषणसंज्ञा और सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्द
कालभूत, वर्तमान और भविष्य काल
क्रियाविभिन्न प्रकार की क्रियाएँ
समासदो या अधिक शब्दों के संयोग से बने शब्द
अव्ययवे शब्द जो अपरिवर्तनीय होते हैं
वाच्यकर्तृवाच्य, कर्मवाच्य, भाववाच्य
वाक्य के भेदविधिवाचक, नकारात्मक, प्रश्नवाचक आदि
विपरीतार्थक शब्दविलोम शब्द
ऊनार्थक शब्दसमान अर्थ वाले शब्द

2. पद्य साहित्य (Poetry Literature)

(i) नागपुरी भाषा के लोकगीत (Folk Songs)

लोकगीत का प्रकारसंख्या
संस्कार गीत03
पर्व-त्योहार गीत03
श्रम गीत01
बाल गीत01
ऋतु गीत01
सामान्य गीत01

(ii) शिष्ट गीत / कविताएँ (Classic Songs & Poems)

(क) कविताएँ

कविता का नामकवि
जागा-जागासी. डी. सिंह
बिरसा तोर इयाइद मेंक्षितिज कुमार राय
नागपुरक भाइमनभीम महतो
जेठ मास आतिभरत नायक
तुलसी आउर कैकटसधरेन्द्र प्रवाही
तोर बेतरा मेंगिरिधारी राम गाँझू ‘गिरिराज’
नावाँ सालक नावाँ गीतकुमारी बासंती
गाँव कर सांझपांडे रवीन्द्र नाथ राम
मुलुक भारतअजीज अंसारी
जगत जननीशकुन्तला मिश्र

(ख) गीत

गीत का नामकवि
पोडिलो बरखा ऋतुरघुनाथ नृपति
छोडु कपटी मायाबरजु राम
पापी प्राण छुटे नहीं झट केमहंत घांसी
ठरू दाता दिगम्बरघासी राम
उमड़ गगन घन घमंडकवि कंचन
अरजुन कहत बियारीजगनिवास नारायण तिवारी
संवत पैंसठी सालदृगपाल राम देवघरिया
कड़क उठलक तलवारीप्रफुल्ल कुमार राय
सावन घटानईमउद्दीन मिरदाहा
आजादी खातिररणविजय नाथ शाहदेव

3. गद्य साहित्य (Prose Literature)

(क) नागपुरी लोककथा (Folk Tales)

नागपुरी भाषा की दस लोककथाएँ:

लोककथा का नाम
कंगन आउर चुरी
भाग कर खेइल
टुसुट भेंडा
मयना आउर बुट
बेलमइत रानी
कमल आउर केतकी
चोचा चरइ आउर राजा
छोटकी रानी
बनहरिनी कर बेटा
बिन्दुलिया रानी

(ख) शिष्ट कथाएँ (Modern Stories)

नागपुरी भाषा की आठ आधुनिक कहानियाँ:

कहानी का नामलेखक
एक चकता रउदप्रफुल्ल कुमार राय
बिझियाशारदा प्रसाद शर्मा
रद्दी कागजडॉ. बी.पी. केशरी
क्रिसमस कर सांझडॉ. कुमारी बसंती
भोटांग डहरपंचम साहु
मनपुरनरणविजय नाथ शाहदेव
भाइगप्रमोद कुमार राय
मांदीडॉ. उमेश नंद तिवारी

4. नाटक (Drama)

नाटक का नामलेखक
ठाकुर विश्वनाथ साहीडॉ. विसेश्वर प्रसाद केशरी

5. साहित्यिक निबंध (Literary Essays)

नागपुरी भाषा के आठ प्रमुख साहित्यकारों का जीवन परिचय और उनकी कृतियों का अध्ययन:

साहित्यकार का नाम
प्रफुल्ल कुमार राय
मृत्युंजय नाथ शर्मा
कवि रत्न शारदा प्रसाद शर्मा
सहनी उपेन्द्र पाल नहन
डॉ. बी.पी. केशरी
नईमउद्दीन मिरदाहा
डॉ. गिरिधारी राम गौझू, ‘गिरिराज’
डॉ. कुमारी वासंती

निष्कर्ष

नागपुरी भाषा और साहित्य के इस पाठ्यक्रम में व्याकरण, लोकगीत, शिष्टगीत, लोककथा, शिष्टकथाएँ, नाटक और प्रमुख साहित्यकारों का अध्ययन शामिल है। इससे छात्रों को नागपुरी भाषा, साहित्य और संस्कृति की समृद्ध विरासत को समझने में सहायता मिलेगी।

कुरमाली भाषा एवं साहित्य – पाठ्यक्रम

कुरमाली भाषा और साहित्य के इस पाठ्यक्रम में व्याकरण, गद्य साहित्य, पद्य साहित्य, नाटक और साहित्यकारों का अध्ययन शामिल है। इसका विस्तृत विवरण निम्नलिखित है:


1. व्याकरण (Grammar)

विषयविवरण
वर्ण विचारकुरमाली भाषा के ध्वनि तत्व
संज्ञानामवाचक शब्दों का अध्ययन
सर्वनामसंज्ञा के स्थान पर प्रयोग होने वाले शब्द
लिंगपुल्लिंग और स्त्रीलिंग
वचनएकवचन और बहुवचन
कारकसंज्ञा और सर्वनाम के संबंध
विशेषणसंज्ञा और सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्द
कालभूत, वर्तमान और भविष्य काल
क्रियाविभिन्न प्रकार की क्रियाएँ
समासदो या अधिक शब्दों के संयोग से बने शब्द
अव्ययवे शब्द जो अपरिवर्तनीय होते हैं
वाच्यकर्तृवाच्य, कर्मवाच्य, भाववाच्य
वाक्य के भेदविधिवाचक, नकारात्मक, प्रश्नवाचक आदि
विपरीतार्थक शब्दविलोम शब्द
ऊनार्थक शब्दसमानार्थक शब्द

2. गद्य साहित्य (Prose Literature)

(i) लोककथा (Folk Tales)

लोककथा का नाम
बांदना (सेंहरेइ परच)
टसर राजा
निसारथि के भगवान सारथि
साधन
लिलुक कसनि
माछेक हांसी
पुश्तू
सियारेक मांदेहर
राजा घारे बिहा
धीरजे कारज सिद्ध

(ii) आधुनिक कहानी (Modern Stories)

कहानी का नामलेखक
छटपटीबसंत कुमार मेहता
बानछाडॉ० एच० एन० सिंह
दिसानिरंजन महतो
ढेंकि सांपसुनील महतो
धखाअनन्त महतो
धनेक गरबडॉ० एच० एन० सिंह
मकरीडॉ० एच० एन० सिंह
गाछ भगवानडॉ० ए० एन० सिंह

(iii) नाटक (Drama)

नाटक का नामलेखक
केरिआ बहुकालिपद महतो

(iv) प्रमुख साहित्यकार (Eminent Writers)

साहित्यकार का नाम
डॉ० नन्द्र किशोर सिंह
लखीकान्त महतो
केशव चन्द्र महतो
बसन्त कुमार मेहता
अनन्त महतो
डॉ० मानसिंह महतो
खुदी राम महतो
डॉ० हरदेव नारायण सिंह

3. पद्य साहित्य (Poetry Literature)

(i) लोकगीत (Folk Songs)

लोकगीत का प्रकार
विवाह गीत
डमकच
उधवागीत
ढपगीत
डाइडधरा गीत (पांतागीत)
करम गीत
एढेइया
बांदना (सोहराई)
खेलगीत
बालगीत (छवा मुला गीत)

(ii) शिष्ट गीत (Classic Songs)

गीत का नामकवि
जे विधि जनम देला, ताहा के बिसरी गेला।अज्ञात
सपने सपने देखी, पलके ना परे आँखी।अज्ञात
रितु बंसत भेल, मर पिया काहां गेल।अज्ञात
लाल कमल दहे, फूल माला उपजये।अज्ञात
वृन्दावने फुटीगेला, नाना जाति फूल गो।अज्ञात
भादर मासे सैंया मर पडली बेजार, इझमें नाचब कइसे।अज्ञात
सुइया मुही बुढ़ियांइ, जीवने सांतावली गो।भीमचरण
पिया पिया जातिया, बरसा बिती गेल रे।बाउलदास
आवल माधव बड़े मन्द पवनवा।तुलसीदास
आवल बरिसा हित हुदकी उठल चित्त।अज्ञात

(iii) आधुनिक कविताएँ (Modern Poems)

कविता का नाम
उड़ीस
जागरण
गनति
एकटा गाछे दुइटि चेरेइ
जाहाँक झांक तारि
भगुआ पिधाक तरहअ
बिडुल
बिसरिस ना मांझ
धंधौरा
तोंय कन

निष्कर्ष

कुरमाली भाषा और साहित्य के इस पाठ्यक्रम में व्याकरण, लोककथा, आधुनिक कहानियाँ, लोकगीत, शिष्ट गीत, आधुनिक कविताएँ, नाटक और प्रमुख साहित्यकारों का अध्ययन शामिल है। यह पाठ्यक्रम छात्रों को कुरमाली भाषा और उसकी सांस्कृतिक धरोहर को समझने में सहायता करेगा।

Urdu Language and Literature – Syllabus

This syllabus covers language development, grammar, poetry, prose, and key literary works in Urdu.


I. ZABAAN (LANGUAGE)

TopicDescription
Hindustani Ka IrtiqaEvolution of Hindustani language
Urdu Zaban Ki Paidaish: Nazaryaat Aur Haqaiq Ka JaizaTheories and realities about the birth of Urdu language
Jharkhand Ki Qabaili Elaaqai ZabaanenTribal and regional languages of Jharkhand
Jharkhand Men UrduStatus and development of Urdu in Jharkhand

II. QAWAID (GRAMMAR)

TopicDescription
MutradifatSynonyms
Ism Mosagghar Wa MokabbarDiminutive and augmentative nouns
Saabiqa Wa LaahiqaPrefixes and suffixes
Zarbul MasalProverbs

III. SHAYERY (POETRY)

Ghazal

TitlePoet
Ulti Ho Gayin Sab Tadbeeren Kuchh Na Dawa Ne Kaam KiyaMeer
Faqeerana Aaye Sada Kar ChaleMeer
Dile Nadan Tujhe Huwa Kiya HaiGhalib
Dayam Pada Huwa Tere Dar Per Nahin Hun MainGhalib

Nazm

TitlePoet
Lenin Khuda Ke Huzoor MenIqbal
Ek AarzooIqbal
Nisar Main Teri Galiyon Ke Aye Watan Ke JahanFaiz
Mujh Se Pahli Si Mohabbat Meri Mehboob Na MangFaiz

IV. NASR (PROSE)

Novel

TitleAuthor
Fire AreaIlyas Ahmad Gaddi

Afsana (Short Stories)

TitleAuthor
Parinda Pakadne Wali GadiGhayas Ahmad Gaddi
NirvaanZaki Anwar
Mrs. JohnSheen Akhtar

Conclusion

This Urdu language and literature syllabus provides a comprehensive study of the language’s evolution, grammar, classical and modern poetry, prose, and significant literary works. It aims to enhance students’ understanding of Urdu’s linguistic and literary richness.

खोरठा भाषा एवं साहित्य – पाठ्यक्रम

यह पाठ्यक्रम भाषा, व्याकरण, पद्य साहित्य, गद्य साहित्य, नाटक और प्रमुख साहित्यकारों का अध्ययन कराता है।


1. व्याकरण

खोरठा भाषा के निम्नलिखित व्याकरणिक तत्वों का अध्ययन –

  • वर्ण विचार
  • संज्ञा, सर्वनाम
  • लिंग, वचन, कारक
  • विशेषण, काल, क्रिया
  • समास, अव्यय, वाच्य
  • वाक्य के भेद
  • विपरीतार्थक शब्द, ऊनार्थक शब्द

2. पद्य साहित्य

(I) खोरठा भाषा के लोकगीत

  • लोकगीत की परिभाषा और परिचय
  • खोरठा भाषा के लोकगीतों का वर्गीकरण
  • दस (10) विविध लोकगीतों का अध्ययन

लोकगीतों के प्रकार –

  1. संस्कार गीत (विवाह गीत, सहियारी गीत, छठियारी गीत) – 03 गीत
  2. पर्व-त्योहार गीत (करम गीत -2, सोहराइ गीत-1) – 03 गीत
  3. श्रम गीत – 01 गीत
  4. बाल गीत – 01 गीत
  5. ऋतु गीत – 01 गीत
  6. सामान्य गीत – 01 गीत

3. शिष्ट गीत / कविताएँ

(क) कविताएँ

  • संकलन: एक पथिया डोंगल महुआ (संपादक: संतोष कुमार महतो)
  • पहली दस (10) कविताएँ का अध्ययन

(ख) गीत

गीत का नामरचनाकार
माँदइर बाजे रे, बाँसी बाजे रेसुकुमार
बोने पाकलइ सयाँ कोइरदिनेश दिनमणि
सोहान लागे रेशांति भारत
कते सुंदर छोटानागपुरदीपक सवाल
हामर भारत महानअंबुज कुमार
मिली के रहिहाप्रदीप कुमार दीपक
साँझे हाँस झींगा फूलमहेंद्र नाथ गोस्वामी
बोन रक्षा जीवन रक्षाअनीता कुमारी
सेवाविक बाउँडी मेलासुभद्रा कुमारी
जय माँय जननीशिवनाथ प्रमाणिक

4. गद्य साहित्य

(I) लोककथा

खोरठा भाषा की दस (10) प्रसिद्ध लोककथाएँ –

  1. सात भाय एक बहिन
  2. धनेक धधइनी
  3. बुढा बुढी आर सात पीठा
  4. गुदपुचु रानी आर कउआ
  5. गोहाइल परब
  6. बुढी आर ओकर नाती
  7. दू बिहाक दुरगति
  8. केतकी फूल
  9. लुहरगर बेटी छउआ
  10. खुँटा भितर चिंयाँ गोटा

(II) शिष्ट कहानी

आठ आधुनिक कहानियों का अध्ययन –

  1. छाँहइर
  2. बोनेक लोर
  3. हाम जीयब कइसें
  4. नावा जिमीदार
  5. उबार
  6. जिनगिक डोंआनी
  7. ओद दीदा
  8. हुब

(III) नाटक

  • चाभी-काठी (लेखक: श्रीनिवास पानुरी)

(IV) साहित्यिक निबंध

  1. भाइ-बहिन के शुभ प्यार के प्रतीक परब करम (निबंध)
  2. फूल कर परब सरहुल आर तकर प्रासंगिकता (निबंध)

(V) खोरठा साहित्यकारों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर निबंध

  1. भुवनेश्वर दत्त शर्मा ‘व्याकुल’
  2. श्रीनिवास पानुरी
  3. ए.के. झा
  4. विश्वनाथ दसौंधी ‘राज’
  5. विश्वनाथ नागर
  6. शिवनाथ प्रमाणिक
  7. श्याम सुंदर महतो ‘श्याम’

निष्कर्ष

यह पाठ्यक्रम खोरठा भाषा और साहित्य के संपूर्ण अध्ययन के लिए तैयार किया गया है। इसमें व्याकरण, लोकगीत, कविताएँ, कहानियाँ, नाटक और साहित्यकारों का परिचय शामिल है, जिससे छात्रों को खोरठा भाषा की गहराई से समझ मिल सके।

खोरठा भाषा एवं साहित्य – पाठ्यक्रम

यह पाठ्यक्रम भाषा, व्याकरण, पद्य साहित्य, गद्य साहित्य, नाटक और प्रमुख साहित्यकारों का अध्ययन कराता है।


1. व्याकरण

खोरठा भाषा के निम्नलिखित व्याकरणिक तत्वों का अध्ययन किया जाएगा:

  • वर्ण विचार
  • संज्ञा, सर्वनाम
  • लिंग, वचन, कारक
  • विशेषण, काल, क्रिया
  • समास, अव्यय, वाच्य
  • वाक्य के भेद
  • विपरीतार्थक शब्द, ऊनार्थक शब्द

2. पद्य साहित्य

(I) खोरठा भाषा के लोकगीत

इस खंड में लोकगीत की परिभाषा, परिचय एवं खोरठा भाषा के लोकगीतों का वर्गीकरण किया जाएगा। साथ ही, दस (10) विविध लोकगीतों का अध्ययन किया जाएगा।

लोकगीतों के प्रकारसंख्या
संस्कार गीत (विवाह गीत, सहियारी गीत, छठियारी गीत)03
पर्व-त्योहार गीत (करम गीत -2, सोहराइ गीत-1)03
श्रम गीत01
बाल गीत01
ऋतु गीत01
सामान्य गीत01

3. शिष्ट गीत / कविताएँ

इस भाग में खोरठा भाषा की दस (10) प्रतिनिधि कविताएँ एवं दस (10) गीतों का अध्ययन किया जाएगा।

(क) कविताएँ

  • संकलन: एक पथिया डोंगल महुआ (संपादक: संतोष कुमार महतो)
  • पहली दस (10) कविताएँ का अध्ययन

(ख) गीत

गीत का नामरचनाकार
माँदइर बाजे रे, बाँसी बाजे रेसुकुमार
बोने पाकलइ सयाँ कोइरदिनेश दिनमणि
सोहान लागे रेशांति भारत
कते सुंदर छोटानागपुरदीपक सवाल
हामर भारत महानअंबुज कुमार
मिली के रहिहाप्रदीप कुमार दीपक
साँझे हाँस झींगा फूलमहेंद्र नाथ गोस्वामी
बोन रक्षा जीवन रक्षाअनीता कुमारी
सेवाविक बाउँडी मेलासुभद्रा कुमारी
जय माँय जननीशिवनाथ प्रमाणिक

4. गद्य साहित्य

(I) लोककथा

इस भाग में खोरठा भाषा की दस (10) प्रसिद्ध लोककथाएँ पढ़ाई जाएंगी।

लोककथा का नाम
सात भाय एक बहिन
धनेक धधइनी
बुढा बुढी आर सात पीठा
गुदपुचु रानी आर कउआ
गोहाइल परब
बुढी आर ओकर नाती
दू बिहाक दुरगति
केतकी फूल
लुहरगर बेटी छउआ
खुँटा भितर चिंयाँ गोटा

(II) शिष्ट कहानी

आठ आधुनिक कहानियों का अध्ययन किया जाएगा।

कहानी का नाम
छाँहइर
बोनेक लोर
हाम जीयब कइसें
नावा जिमीदार
उबार
जिनगिक डोंआनी
ओद दीदा
हुब

(III) नाटक

  • चाभी-काठी (लेखक: श्रीनिवास पानुरी)

(IV) साहित्यिक निबंध

इस भाग में आठ (8) साहित्यिक निबंधों का अध्ययन किया जाएगा।

निबंध का नाम
भाइ-बहिन के शुभ प्यार के प्रतीक परब करम
फूल कर परब सरहुल आर तकर प्रासंगिकता

(V) खोरठा साहित्यकारों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर निबंध

इस खंड में प्रमुख खोरठा साहित्यकारों के जीवन, लेखन और योगदान पर निबंध लिखे जाएंगे।

साहित्यकार का नाम
भुवनेश्वर दत्त शर्मा ‘व्याकुल’
श्रीनिवास पानुरी
ए.के. झा
विश्वनाथ दसौंधी ‘राज’
विश्वनाथ नागर
शिवनाथ प्रमाणिक
श्याम सुंदर महतो ‘श्याम’

निष्कर्ष

यह पाठ्यक्रम खोरठा भाषा और साहित्य के संपूर्ण अध्ययन के लिए तैयार किया गया है। इसमें व्याकरण, लोकगीत, कविताएँ, कहानियाँ, नाटक और साहित्यकारों का परिचय शामिल है, जिससे छात्रों को खोरठा भाषा की गहराई से समझ मिल सके।

हो भाषा एवं साहित्य – पाठ्यक्रम

यह पाठ्यक्रम हो भाषा के व्याकरण, पद्य साहित्य, गद्य साहित्य, नाटक एवं प्रमुख साहित्यकारों के अध्ययन पर आधारित है।


1. व्याकरण

हो भाषा के निम्नलिखित व्याकरणिक तत्वों का अध्ययन किया जाएगा:

  • वर्ण विचार
  • संज्ञा, सर्वनाम
  • लिंग, वचन, कारक
  • विशेषण, काल, क्रिया
  • समास, अव्यय, वाच्य
  • वाक्य के भेद
  • विपरीतार्थक शब्द, पर्यायवाची शब्द

2. पद्य साहित्य

(क) शिष्ट गीत

इस भाग में हो भाषा के दस (10) प्रमुख शिष्ट गीतों का अध्ययन किया जाएगा।

गीत का नाम
तेते चन्डु
गोलनाचे बा
अबुअ झारखण्ड
लको बोदरा
सिंगि
हर्ताहसा
जोनोम दिसुम
दुल सुनुम जुलो वा
अबुआ नमा भारत
दिसुम लगिड़

(ख) कविताएँ

इस भाग में दस (10) प्रमुख कविताओं का अध्ययन किया जाएगा।

कविता का नामरचनाकार
गुसियाबागुन बोदरा
होयो गमापूर्णचन्द्र बिरुवा
जिबनान बाड़ामदन बानरा
हुदा समाजसोनेया कुमार तियु
जिबोननीरज जगमोहन सिंकु “चिनगारी”
राष्ट्रीय पर्व
जाति अन्डो दिराम लगिङ
हर्ताहसा रे टॉयोल
अले जीवोन रे
नबु दिसुम रे

(ग) लोकगीत

इस खंड में लोकगीत की परिभाषा, उसकी विशेषताएँ एवं लोकगीतों का वर्गीकरण किया जाएगा।

लोकगीतों के प्रकारसंख्या
मागे गीत03
बा गीत04
विवाह गीत03

3. गद्य साहित्य

(i) लोककथा

हो भाषा की प्रमुख लोककथाओं का अध्ययन किया जाएगा।

लोककथा का नाम
डोंडा हो
इच बा
कुला ओन्डो बन्ड
का ओन्डो रमिया गरोवा
हो ओन्डो सेता
काना दादा
हपानुम
केपरा तुयु

(ii) शिष्ट कहानी

हो भाषा की आठ (8) प्रमुख कहानियों का अध्ययन किया जाएगा।

कहानी का नामरचनाकार
मेंजारिप्रिति तियु
डड्डु चनटुदमयन्ती पिंगुवा
सीनी ओन्डो अय: अपसराय किंग
लोदे काका
चम्पु ओन्डो दोसमा
सैंया होरा
सरजोम सकमप्रदीप कुमार बोदरा
हरावयन रयो दइयना

(iii) नाटक

  • धार होरा भाग – 2

(iv) साहित्यिक निबंध

आठ (8) प्रमुख साहित्यकारों के जीवन, लेखन एवं योगदान पर निबंध लिखे जाएंगे।

साहित्यकार का नाम
सामू चरण तुबिड
डॉ० देवेन्द्र नाथ सिंकु
डॉ० जानुम सिंह सोय
घनश्याम गागराई
चन्द्र मोहन पाट पिंगुवा
डॉ० दमयन्ती सिंकु
डोबरो बुडिल्ली
डॉ० प्रदीप कुमार बोदरा

निष्कर्ष

यह पाठ्यक्रम हो भाषा और साहित्य के संपूर्ण अध्ययन के लिए तैयार किया गया है। इसमें व्याकरण, लोकगीत, कविताएँ, कहानियाँ, नाटक और प्रमुख साहित्यकारों का परिचय शामिल है, जिससे छात्रों को हो भाषा की गहराई से समझ मिल सके।

मुण्डारी भाषा एवं साहित्य – पाठ्यक्रम

यह पाठ्यक्रम मुण्डारी भाषा के व्याकरण, पद्य साहित्य, गद्य साहित्य, नाटक एवं प्रमुख साहित्यकारों के अध्ययन पर आधारित है।


1. व्याकरण

मुण्डारी भाषा के निम्नलिखित व्याकरणिक तत्वों का अध्ययन किया जाएगा:

  • वर्ण विचार
  • संज्ञा, सर्वनाम
  • लिंग, वचन, कारक
  • विशेषण, काल, क्रिया
  • समास, अव्यय, वाच्य
  • वाक्य के भेद
  • विपरीतार्थक शब्द, समानार्थक शब्द

2. पद्य साहित्य

(क) लोकगीत

इस भाग में लोकगीतों की परिभाषा, उनकी विशेषताएँ एवं वर्गीकरण का अध्ययन किया जाएगा।

स्रोत पुस्तक का नामगीत संख्या
बासुरी बज रही11, 13, 214, 167, 349
अनायुम दुराड101, 104, 231, 252, 370

(ख) शिष्ट गीत / कविताएँ

इस भाग में मुण्डारी भाषा की प्रमुख काव्य रचनाओं का अध्ययन किया जाएगा।

स्रोत पुस्तक का नामगीत संख्या
हिसिर68, 77
सेलेद1, 4
बम्बरू3, 4
ससं वा56, 61
सुद्धा संगेन13
मनोवा-मनोवा रे बिनगा बनो अ

3. गद्य साहित्य

(i) लोककथा

मुण्डारी भाषा की प्रमुख लोककथाओं का अध्ययन किया जाएगा।

लोककथा का नाम
बा नेग
कराम कानि
सोराइ
लीगन आद रागोसा
होन: चतुर
गाडीअ सोंगोति
देशेपुती राजा
ए हगेया कोव होन मिसी “पिरी”
मेद आद सोना दिदि
गुपिन कोव बा

(ii) शिष्ट कहानी

इस भाग में मुण्डारी भाषा की आठ (8) प्रमुख कहानियों का अध्ययन किया जाएगा।

कहानी का नाम
कुलाए कोअ: बलाए
बिर होना नावा इनुङ
संदु आर बिंदि
बुरू कुला सेंदेरा
बिरसा जिमिदार कोअए जगर एटे जदा
रगड़ा सा एते एरे को अउजदा
बिरसा सिदा सिदाए सबो तना
मिडियुद चेंडे तुदका रे उकु जन रअ कानि

(iii) नाटक

  • मरड
  • गोमके जयपाल सिंह मुण्डा

(iv) साहित्यकारों का जीवन परिचय एवं कृतियाँ

इस खंड में मुण्डारी भाषा के प्रमुख साहित्यकारों के जीवन, उनके योगदान और उनकी रचनाओं का अध्ययन किया जाएगा।

साहित्यकार का नाम
बुद्ध बाबु
काशीनाथ सिंह गुण्डा काण्डे
डॉ० रामदयाल मुण्डा
डॉ० मनमसीह मुण्डू
भैयाराम मुण्डा
डॉ० एस. ए. बी. डी. हंस
डॉ० मनसिद्ध बडायऊद
मेनास ओड़ेया

निष्कर्ष

यह पाठ्यक्रम मुण्डारी भाषा और साहित्य के संपूर्ण अध्ययन के लिए तैयार किया गया है। इसमें व्याकरण, लोकगीत, कविताएँ, कहानियाँ, नाटक और प्रमुख साहित्यकारों का परिचय शामिल है, जिससे छात्रों को मुण्डारी भाषा की गहराई से समझ मिल सके।

खुड़ुख़ भाषा एवं साहित्य – पाठ्यक्रम

इस पाठ्यक्रम में खुड़ुख़ भाषा, व्याकरण, पद्य साहित्य, गद्य साहित्य, नाटक और प्रमुख साहित्यकारों का अध्ययन किया जाएगा।


1. व्याकरण (कत्थअइन)

व्याकरण के अंतर्गत निम्नलिखित विषयों का अध्ययन किया जाएगा:

  • तोडन अख’आ
  • पिंञ्जका
  • उइजी पिंञ्जका
  • मेद
  • गनया ननतु उद
  • गुणखी परिया
  • ननना (नलड)
  • समका
  • अव्यय
  • वाच्य
  • बकपून ही ड़ाड़ा
  • बिडदो बक्क संगी बक्क

2. पद्य साहित्य

(i) डंडी (गीत)

खुड़ुख़ भाषा के विभिन्न डंडी (गीत) का अध्ययन किया जाएगा:

प्रकारगीत के प्रकार
लोकगीतडंडी ही बकसोर, डंडी घी डाड़ा, बेंजा डंडी, करम डंडी, खद्दी डंडी, असारी डंडी, धुड़िया डंडी, जदुरा डंडी, जतरा डंडी, लुझकी डंडी, तो कना डंडी, जेठ्ठे डंडी

(ii) कत्थडंडी (टीप)

क्रम संख्यागीत का नाम
1परिदका जातियर
2असारी करम
3अचरन ची अयंग
4खेखलन कम आ सोना
5अड़खा चेखेल
6जिया खोदखर ‘ई
7छोटानागपुर
8खेखेल खजपा
9जू.ड़ी
10नीन जू.ड़ी

3. गद्य साहित्य

(i) खीरी (कथा) – टीप

क्रम संख्याकथा का नाम
1असुरर दरा लोधरर
2कुंडखर गहि रूइदास ती भाँगना
3मुन्धता कुँडखर गहि खीरी
4चिच्च- चैंप
5करमस अरा धरमस
6पुरखर गहि कुंडी
7चन्दो अरा बी.डी
8मानी गहि दिन जीत मनी
9कुंडखर गहि नेग धरम
10लूर मलका देवान

(ii) कत्थ खीरी (टीप – आधुनिक कहानियाँ)

क्रम संख्याकहानी का नाम
1अँजेला
2पचगी परिया
3कुकोय बरात
4लॉटरी
5झरियो मला झरना
6ठक उर उन्दुल ठकरनर
7उदारी
8सक्क

(iii) नाटक (लीला)

खुड़ुख़ भाषा के प्रमुख नाटक का अध्ययन किया जाएगा।


4. प्रमुख साहित्यकार (कत्थपंडी कत्थटूड)

खुड़ुख़ भाषा के प्रमुख साहित्यकारों के जीवन परिचय एवं उनकी रचनाओं का अध्ययन किया जाएगा:

साहित्यकार का नाम
डॉ. निर्मल मिंज
डॉ० हरि उराँव
दवले कुजूर
अहलाद र्तिकी
इन्द्रजीत उराँव
बिहारी लकड़ा
बेचन उराँव
पी०सी० बेक

निष्कर्ष

यह पाठ्यक्रम खुड़ुख़ भाषा, साहित्य और व्याकरण की गहरी समझ विकसित करने के लिए तैयार किया गया है। इसमें पारंपरिक लोकगीतों से लेकर आधुनिक कहानियों और नाटकों तक की सामग्री शामिल है।

उर्दू भाषा एवं साहित्य – पाठ्यक्रम

इस पाठ्यक्रम में भाषा विकास, व्याकरण, काव्य, गद्य और प्रमुख साहित्यिक कृतियों का अध्ययन शामिल है।


I. भाषा (ZABAAN)

विषयविवरण
हिंदुस्तानी का विकासहिंदुस्तानी भाषा के विकास की प्रक्रिया
उर्दू भाषा की उत्पत्ति: सिद्धांत और वास्तविकताउर्दू भाषा की उत्पत्ति से जुड़े विभिन्न सिद्धांत और वास्तविकता का विश्लेषण
झारखंड की आदिवासी और क्षेत्रीय भाषाएँझारखंड में बोली जाने वाली आदिवासी और क्षेत्रीय भाषाओं का अध्ययन
झारखंड में उर्दूझारखंड में उर्दू भाषा की स्थिति और विकास

II. व्याकरण (QAWAID)

विषयविवरण
समानार्थक शब्द (Mutradifat)विभिन्न शब्दों के समानार्थक शब्द
संज्ञा संपीड़न और विस्तार (Ism Mosagghar Wa Mokabbar)छोटे और बड़े रूप वाली संज्ञाएँ
उपसर्ग और प्रत्यय (Saabiqa Wa Laahiqa)शब्दों के प्रारंभ और अंत में जुड़े उपसर्ग और प्रत्यय
कहावतें (Zarbul Masal)उर्दू भाषा की प्रसिद्ध कहावतें

III. काव्य (SHAYERY)

ग़ज़ल

शीर्षककवि
उल्टी हो गईं सब tadbeeren, कुछ न दवा ने काम कियामीर
फकीराना आए सदा कर चलेमीर
दिल-ए-नादान तुझे हुआ क्या हैग़ालिब
दायम पड़ा हुआ तेरे दर पर नहीं हूँ मैंग़ालिब

नज़्म

शीर्षककवि
लेनिन खुदा के हुज़ूर मेंइक़बाल
एक आरज़ूइक़बाल
निसार मैं तेरी गलियों के ऐ वतन के जहाँफ़ैज़
मुझसे पहली सी मोहब्बत मेरी महबूब न मांगफ़ैज़

IV. गद्य (NASR)

उपन्यास

शीर्षकलेखक
फायर एरियाइलियास अहमद गद्दी

अफ़साने (लघु कथाएँ)

शीर्षकलेखक
परिंदा पकड़ने वाली गाड़ीग़यास अहमद गद्दी
निर्वाणज़की अनवर
मिसेज जॉनशीन अख़्तर

निष्कर्ष

यह उर्दू भाषा और साहित्य पाठ्यक्रम भाषा के विकास, व्याकरण, काव्य, गद्य और महत्वपूर्ण साहित्यिक कृतियों का समग्र अध्ययन कराता है। इसका उद्देश्य छात्रों को उर्दू भाषा की साहित्यिक और भाषाई समृद्धि से परिचित कराना है।

Bengali Language & Literature – Syllabus

This syllabus covers Bengali grammar, poetry, prose, drama, and literary essays to provide a comprehensive understanding of the language and its literary heritage.


1. Grammar

The following grammatical topics will be covered:

  • Karak (Cases)
  • Bibhakti (Inflection)
  • Ek Bakya Prakash (Sentence Structure)

2. Poetry

(A) Selections from Sanchayita – Rabindranath Tagore

  • Parash Pathar
  • Ebar Firao More
  • Aamar Matha Nato Kore
  • Balaka
  • Eikyataan

(B) Selections from Madhukari (Edited by Kalidas Roy)

PoemPoet
Era Jadi JaneKamini Roy
Jiban BandanaKazi Nazrul Islam
Aar Kichhu Nahi SadhBuddhadeb Basu
Purano Kagojer FeriwalaPremendra Mitra
HatJatindranath Sengupta

3. Prose

TitleAuthorGenre
Krishnakanter WillBankim Chandra ChattopadhyayNovel
Pather PanchaliBibhutibhushan BandopadhyayNovel
MukutRabindranath TagoreDrama
Sajano BaganManoj MitraDrama

Additionally, Sahityer Rup O Reeti (Forms & Styles of Literature) will be studied, covering:

  • Mahakabya (Epic Poetry)
  • Geetikabya (Lyric Poetry)
  • Tragedy
  • Comedy

4. Literary Essays

The following Bengali literary figures and their contributions will be studied:

Author
Michael Madhusudan Dutta
Bankim Chandra Chattopadhyay
Rabindranath Tagore
Sharat Chandra Chattopadhyay
Kazi Nazrul Islam
Bibhutibhushan Bandopadhyay
Tarashankar Bandopadhyay
Jibanananda Das

Conclusion

This syllabus is designed to provide a holistic understanding of Bengali language and literature, encompassing grammar, poetry, prose, drama, and literary analysis.

हिन्दी भाषा एवं साहित्य – पाठ्यक्रम

इस पाठ्यक्रम में हिन्दी भाषा, साहित्य, उपन्यास, कहानियाँ, नाटक, साहित्य का इतिहास और व्याकरण का अध्ययन किया जाएगा।


1. भाषा

(i) हिन्दी की उत्पत्ति और विकास

हिन्दी भाषा की उत्पत्ति, पुरानी हिन्दी (अवहट्ट), डिंगल भाषा के बारे में अध्ययन किया जाएगा।

(ii) भाषा के विभिन्न रूप

हिन्दी भाषा के विविध रूपों का अध्ययन किया जाएगा, जिसमें निम्नलिखित शामिल हैं:

भाषा के प्रकारविवरण
रचनात्मक भाषासाहित्य और सृजनात्मक लेखन में प्रयुक्त भाषा
राष्ट्रभाषापूरे राष्ट्र में प्रचलित भाषा
राजभाषासरकारी कामकाज में प्रयुक्त भाषा
सम्पर्क भाषाविभिन्न क्षेत्रों के लोगों के बीच संवाद का माध्यम
संचार भाषामीडिया और सूचना के क्षेत्र में प्रयुक्त भाषा

(iii) हिन्दी का शब्द भंडार

हिन्दी शब्दावली को निम्नलिखित वर्गों में विभाजित किया जाता है:

शब्द भंडारउदाहरण
तत्सम्सूर्य, जल, अग्नि
तद्भवसूरज, पानी, आग
देशजझोला, डब्बा, चूड़ा
विदेशजडॉक्टर, स्कूल, गाड़ी

(iv) भाषा विज्ञान

  • भाषा की परिभाषा, उत्पत्ति और विकास
  • ध्वनि परिवर्तन और अर्थ परिवर्तन

(v) साहित्य सिद्धान्त

  • काव्य सिद्धान्त: काव्य लक्षण, काव्य हेतु, काव्य प्रयोजन, शब्द शक्ति, रस, छंद, अलंकार
  • पाश्चात्य साहित्य सिद्धान्त: प्लेटो, वर्ड्सवर्थ, मैथ्यू आर्नल्ड, आइ. ए. रिचर्ड्स, टी. एस. इलियट के सिद्धान्त

(vi) प्रयोजनमूलक हिन्दी

  • अवधारणा
  • प्रशासनिक हिन्दी
  • प्रशासनिक पत्राचार
  • संक्षेपण, टिप्पण, प्रारूपण, प्रतिवेदन

2. साहित्य

(i) काव्य

कविप्रमुख रचनाएँ
विद्यापतिप्रेम विषयक पद
कबीरसाखी, बीजक
सूरदाससूरसागर
तुलसीदासरामचरितमानस
बिहारीबिहारी सतसई
रसखानप्रेम और भक्ति पर आधारित काव्य
भूषणवीर रस की रचनाएँ

(ii) काव्य वीथि

कविप्रमुख रचनाएँ
भारतेन्दु हरिश्चन्द्रभारत दुर्दशा
मैथिलीशरण गुप्तसाकेत
सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’राम की शक्ति पूजा
सुमित्रानंदन पंतपल्लव
महादेवी वर्मायामा
जयशंकर प्रसादकामायनी
रामधारी सिंह दिनकररश्मिरथी
अज्ञेयतारसप्तक
नागार्जुनयुगधारा
सर्वेश्वर दयाल सक्सेनाबच्चू के प्रति
धूमिलसंसद से सड़क तक

3. उपन्यास

उपन्यास का नामलेखक
गोदानप्रेमचन्द
मैला आँचलफणीश्वर नाथ रेणु
रागदरबारीश्रीलाल शुक्ल

4. कहानियाँ

कहानी का नामलेखक
मधुआजयशंकर प्रसाद
ठाकुर का कुआँप्रेमचन्द
नीलम देश की राजकन्याजैनेन्द्र कुमार
परिन्देनिर्मल वर्मा
दिल्ली में एक मौतकमलेश्वर
वापसीउषा प्रियवंदा
अभिशप्तयशपाल
मिसपालमोहन राकेश

5. नाटक

नाटक का नामलेखक
भारत- दुर्दशाभारतेन्दु हरिश्चन्द्र
ध्रुव स्वामिनीजयशंकर प्रसाद
आधे-अधूरेमोहन राकेश

6. हिन्दी साहित्य का इतिहास

पुस्तक का नामलेखक
हिन्दी साहित्य का इतिहासरामचन्द्र शुक्ल
हिन्दी साहित्य का इतिहासडॉ० नागेन्द्र

7. व्याकरण

व्याकरण के विषयविवरण
संज्ञानामवाचक शब्द
सर्वनामसंज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त शब्द
क्रियाकार्य या अवस्था को व्यक्त करने वाले शब्द
विशेषणसंज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्द
कारकसंज्ञा और सर्वनाम के विभक्तिप्रत्यय
समासदो या अधिक शब्दों का संक्षिप्त रूप
मुहावरेविशेष अर्थ में प्रयुक्त वाक्यांश

निष्कर्ष

यह पाठ्यक्रम हिन्दी भाषा और साहित्य की विस्तृत समझ विकसित करने के लिए तैयार किया गया है। इसमें व्याकरण, काव्य, उपन्यास, नाटक, कहानियाँ और साहित्य का इतिहास शामिल है।

English Language and Literature – Syllabus

This syllabus covers Language, Literature, Novels, Drama, Poetry, Short Stories, Essays, History of the English Language, and Phonetics in detail.


1. Language

The language section includes grammar, vocabulary, comprehension, and sentence structure, as outlined below:

(i) Grammar and Vocabulary

Grammar TopicsDetails
Error RecognitionIdentifying grammatical mistakes in sentences
Fill in the BlanksCompleting sentences with appropriate words
VocabularyLearning new words and their meanings
SpellingsCorrect usage of spellings in words
Parts of SpeechAdjective, Noun, Pronoun, Verb, Adverb
Subject-Verb AgreementEnsuring correct verb usage based on the subject
Gerund, Participle, InfinitiveUnderstanding verbals and their functions
TensePresent, Past, and Future Tenses
ClauseTypes of Clauses: Independent, Dependent, Relative, etc.
TransformationConversion of sentences (Active-Passive, Direct-Indirect)
NarrationDirect and Indirect Speech
VoiceActive and Passive Voice
PrepositionsUsage of Prepositions in Sentences
Sentence StructureConstructing grammatically correct sentences
Synonyms & AntonymsWords with similar and opposite meanings
Sentence CompletionChoosing the correct words to complete a sentence
Idioms & PhrasesCommon English Idioms and their meanings
Comprehension PassageReading and understanding English texts

2. Literature

The literature section is divided into Novels, Drama, Poetry, Short Stories, Essays, History of the English Language, and Phonetics.

(i) Novels

Novel TitleAuthor
Old Man and the SeaErnest Hemingway
The Painter of SignsR.K. Narayan
The Power and the GloryGraham Greene
Fasting, FeastingAnita Desai

(ii) Drama

Drama TitlePlaywright
The TempestWilliam Shakespeare
Dr. FaustusChristopher Marlowe
Final SolutionsMahesh Dattani
HayavadanaGirish Karnad

(iii) Poetry

Poem TitlePoet
Sonnet-29William Shakespeare
The RainbowWilliam Wordsworth
The TravellerWalter De La Mare
Lead Kindly LightCardinal Newman
The Splendour FallsAlfred Lord Tennyson
Ode to a NightingaleJohn Keats
The Hollow MenT.S. Eliot
Telephone ConversationWole Soyinka
A RiverA.K. Ramanujan

(iv) Short Stories

Story TitleAuthor
A Snake in the GrassR.K. Narayan
The CastawayRabindranath Tagore
The Man of the HouseFrank O’Connor
The FloodKamala Markandaya
The Country of the BlindH.G. Wells
The Basement RoomGraham Greene

(v) Essays

Essay TitleAuthor
Voluntary PovertyM.K. Gandhi
Discipline for Daily LifeLewis Mumford
The Civilization of To-dayC.E.M. Joad
Letter to a TeacherNora Rossi and Tom Cole (Trans.)
Kamala NehruJawaharlal Nehru

3. History of the English Language

Book TitleAuthor
A History of the English LanguageA.C. Baugh
Origins of the English LanguageJoseph Willies

4. Phonetics

Book TitleAuthor
A Textbook of English Phonetics for Indian StudentsBalasubramaniam
A Course in PhoneticsP. Ladefoged

Conclusion

This syllabus provides a comprehensive study of English Language and Literature, covering grammar, vocabulary, sentence structure, literary works (novels, poetry, short stories, and essays), phonetics, and the history of the English language. It ensures a well-rounded knowledge of English for both academic and practical purposes.

संस्कृत भाषा – पाठ्यक्रम

यह पाठ्यक्रम संस्कृत भाषा विज्ञान, साहित्य, वैदिक ग्रंथ, वेदांग, व्याकरण, शब्द रूप, धातु रूप और प्रमुख ग्रंथों के अध्ययन को शामिल करता है।


1. भाषा विज्ञान

संस्कृत भाषा के विकास, ध्वनि संरचना, शब्द रचना और व्याकरणिक विशेषताओं का अध्ययन किया जाएगा।


2. संस्कृत साहित्य का इतिहास

संस्कृत साहित्य के विभिन्न कालों, महाकाव्य, काव्य, नाट्यशास्त्र, पौराणिक एवं लौकिक साहित्य का संक्षिप्त अध्ययन।


3. वैदिक साहित्य

विभागविवरण
वेदऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद
ब्राह्मण ग्रंथऐतरेय ब्राह्मण, शतपथ ब्राह्मण आदि
आख्यानकवेदों में वर्णित ऐतिहासिक एवं दार्शनिक आख्यान
उपनिषद्ईश, केन, कठ, प्रश्न, मुण्डक, माण्डूक्य, तैत्तिरीय, छान्दोग्य एवं बृहदारण्यक उपनिषद्

4. वेदाङग

वेदाङगविवरण
शिक्षाध्वनि विज्ञान, उच्चारण विधियाँ
कल्पश्रौत, गृह्य, धर्मसूत्र
व्याकरणपाणिनि, पतंजलि, कात्यायन
निरूक्तयास्काचार्य द्वारा व्याख्या
ज्योतिषवैदिक ज्योतिष
छन्दगायत्री, अनुष्टुप, त्रिष्टुप आदि छंद

5. व्याकरण

संस्कृत व्याकरण के निम्नलिखित विषयों का अध्ययन किया जाएगा:

(i) स्वर और व्यंजन

वर्गउदाहरण
स्वर (Vowels)अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ॠ, ए, ऐ, ओ, औ
व्यंजन (Consonants)क, ख, ग, घ, ङ… म, य, र, ल, व, श, ष, स, ह

(ii) व्याकरणिक तत्व

विषयविवरण
वर्णध्वनि संरचना
ध्वनिउच्चारण के प्रकार
पदसंज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया आदि
वाक्यसंधि, समास, कारक, वचन आदि
प्रत्ययकृत् प्रत्यय, तद्धित प्रत्यय, स्त्री प्रत्यय
वाक्य रचनासंस्कृत वाक्य संरचना

6. प्रमुख संस्कृत ग्रंथ

ग्रंथ का नामरचनाकार
पूर्वमेधकालिदास
उत्तररामचरितभवभूति
अभिज्ञान शाकुन्तलम् (चतुर्थ अंक)कालिदास
कादम्बरी (शुकनाशोपदेश)बाणभट्ट
भिक्षुपाल वध (प्रथम सर्ग)अज्ञात
किरातार्जुनीयम् (प्रथम सर्ग)भारवि
शिवराज विजयअज्ञात

7. शब्द रूप

निम्नलिखित शब्दों के सातों विभक्तियों में रूप ज्ञात करने होंगे:

शब्दउदाहरण
पुल्लिंगबालक, मुनि, गुणिन्, साधु
स्त्रीलिंगलता, नदी, युवती, लेखनी
नपुंसकलिंगपयस्, वस्तु, आत्मन्
सर्वनामभवत्, अस्मद्, युष्मद्, तत् (तीनों लिंगों में)

8. धातु रूप

निम्नलिखित धातुओं के लट्, लोट्, विधिलिङ्, लङ् तथा लृट् लकारों में रूप ज्ञात करने होंगे:

धातुअर्थ
पठ्पढ़ना
गम्जाना
दृश्देखना
पापीना
हन्मारना
भूहोना
अस्होना
नृत्नृत्य करना
लिख्लिखना
दिश्निर्देश देना
मुच्छोड़ना
स्थास्थिर रहना
यच्छ्देना
शत्रुशत्रु बनाना
अर्च्पूजा करना

निष्कर्ष

यह संस्कृत पाठ्यक्रम भाषा, साहित्य, व्याकरण, वैदिक ग्रंथ, वेदांग, शब्द रूप और धातु रूप के अध्ययन को व्यवस्थित रूप से प्रस्तुत करता है। इसमें महत्वपूर्ण ग्रंथों, विभक्तियों, धातु रूपों और संस्कृत साहित्य के इतिहास का समावेश किया गया है, जो छात्रों को एक व्यापक ज्ञान प्रदान करेगा।

पत्र – 3 (सामान्य ज्ञान)

इस परीक्षा का उद्देश्य अभ्यर्थी की सामान्य जानकारी, वैज्ञानिक दृष्टिकोण, गणितीय एवं तार्किक क्षमता, कम्प्यूटर ज्ञान तथा झारखंड राज्य से संबंधित विशेष जानकारी की जाँच करना है।


(क) सामान्य अध्ययन

इसमें अभ्यर्थी की वर्तमान घटनाओं, समाज में उनके अनुप्रयोग तथा सामान्य ज्ञान की समझ को परखा जाएगा। मुख्यतः झारखंड, भारत और पड़ोसी देशों से जुड़े विषयों पर प्रश्न पूछे जा सकते हैं।

महत्वपूर्ण विषय

विषयअध्ययन बिंदु
सम-सामयिक विषयराष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय घटनाएँ, वैज्ञानिक प्रगति, पुरस्कार
भारतीय इतिहाससंस्कृति, स्वतंत्रता आंदोलन, आर्थिक परिदृश्य
भूगोल एवं पर्यावरणभारत की भौगोलिक विशेषताएँ, प्राकृतिक संसाधन
भारतीय संविधान एवं राजनीतिसंवैधानिक प्रावधान, पंचायती राज, राजनीतिक प्रणाली
भारतीय अर्थव्यवस्थापंचवर्षीय योजनाएँ, सामुदायिक विकास
खेल एवं खिलाड़ीराष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताएँ
झारखंड राज्यभूगोल, राजनीति, आर्थिक परिदृश्य

(ख) सामान्य विज्ञान

इस खंड में प्राकृतिक घटनाओं, दैनिक जीवन में विज्ञान के अनुप्रयोग एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण से जुड़े प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें भौतिकी, रसायन विज्ञान एवं जीव विज्ञान के बुनियादी प्रश्न शामिल होंगे।

मुख्य विषय

  • दैनिक जीवन में विज्ञान
  • भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान की सामान्य जानकारी
  • वैज्ञानिक आविष्कार एवं खोज
  • स्वास्थ्य और पर्यावरण संबंधी विषय

(ग) सामान्य गणित

इस भाग में गणित की बुनियादी समझ पर आधारित प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें अंकगणित, बीजगणित, ज्यामिति, त्रिकोणमिति एवं क्षेत्रमिति के प्रश्न 10वीं कक्षा के स्तर के होंगे।

महत्वपूर्ण विषय

विषयअध्ययन बिंदु
अंकगणितप्रतिशत, लाभ-हानि, अनुपात-समानुपात, औसत, संख्या प्रणाली
बीजगणितसरल समीकरण, बहुपद, संख्याओं का गुणनखंड
ज्यामितिरेखाएँ, कोण, त्रिभुज, चतुर्भुज, वृत्त
त्रिकोणमितित्रिकोणमितीय अनुपात, ऊँचाई एवं दूरी
क्षेत्रमितिक्षेत्रफल, आयतन, घनफल, घनाभ, सिलेंडर, शंकु

(घ) मानसिक क्षमता जाँच

इस भाग में शाब्दिक एवं गैर-शाब्दिक तर्क से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे।

महत्वपूर्ण विषय

विषयअध्ययन बिंदु
सादृश्यता एवं भिन्नतापैटर्न की पहचान, तुलना
स्थान कल्पनाआकृतियों और संरचनाओं की समझ
समस्या समाधानतर्क एवं विश्लेषणात्मक सोच
दृश्य स्मृतिचित्रों एवं संख्याओं की पहचान
अंकगणितीय तर्कशक्तिसंख्याओं एवं गणितीय पैटर्न की समझ
कोडिंग-डिकोडिंगसंख्यात्मक एवं वर्णमाला कोड

(ङ) कम्प्यूटर का मूलभूत ज्ञान

इस भाग में कम्प्यूटर की बुनियादी जानकारी से जुड़े प्रश्न होंगे, जो किसी भी सामान्य उपयोगकर्ता के लिए आवश्यक होते हैं।

महत्वपूर्ण विषय

विषयअध्ययन बिंदु
कम्प्यूटर हार्डवेयरइनपुट-आउटपुट डिवाइस, प्रोसेसर, मेमोरी
कम्प्यूटर सॉफ्टवेयरएम.एस. विंडोज़, एम.एस. ऑफिस (वर्ड, एक्सेल, पावरपॉइंट)
इंटरनेट संचालनब्राउज़र, ईमेल, साइबर सुरक्षा

(च) झारखंड राज्य से संबंधित ज्ञान

इस भाग में झारखंड राज्य के इतिहास, भूगोल, संस्कृति एवं अर्थव्यवस्था से जुड़े प्रश्न पूछे जाएंगे।

महत्वपूर्ण विषय

विषयअध्ययन बिंदु
झारखंड का भूगोलप्राकृतिक संरचना, नदियाँ, जलवायु
झारखंड का इतिहासआदिवासी संस्कृति, स्वतंत्रता संग्राम में योगदान
सभ्यता एवं संस्कृतिजनजातियाँ, लोकनृत्य, लोकगीत, त्योहार
भाषा एवं साहित्यप्रमुख भाषाएँ, साहित्यकार, प्रमुख कृतियाँ
खनिज एवं उद्योगलौह अयस्क, कोयला, खनिज संसाधन, उद्योग
राष्ट्रीय आंदोलन में योगदानबिरसा मुंडा आंदोलन, टाना भगत आंदोलन
विकास योजनाएँराज्य सरकार की प्रमुख योजनाएँ
खेल एवं खिलाड़ीझारखंड के प्रमुख खिलाड़ी एवं खेल

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निष्कर्ष

यह सामान्य ज्ञान परीक्षा पाठ्यक्रम अभ्यर्थियों की सामान्य जागरूकता, गणितीय एवं तार्किक क्षमता, विज्ञान, कम्प्यूटर ज्ञान तथा झारखंड राज्य की जानकारी को परखने के लिए तैयार किया गया है। इस पाठ्यक्रम के अध्ययन से अभ्यर्थी को परीक्षा में सफलता प्राप्त करने में सहायता मिलेगी।

JSSC CGL FAQs

Q1. JSSC CGL क्या है?

उत्तर: झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) द्वारा आयोजित संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा (CGL) एक राज्य स्तरीय भर्ती परीक्षा है, जिसके माध्यम से झारखंड सरकार के विभिन्न विभागों में स्नातक स्तरीय पदों पर नियुक्ति की जाती है।

Q2. क्या JSSC CGL परीक्षा में नकारात्मक अंकन (Negative Marking) है?

उत्तर: हां, प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1/3 अंक काटे जाएंगे।

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